ने.नौरंगिया/पीड़िता को पांच बार बुलाया थाने, तीन बार बदलवाया तहरीर, फिर भी दर्ज नहीं हुआ मुकदमा।

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धनंजय कुमार पाण्डेय, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश

✓ नेबुआ नौरंगिया थाने में प्रदेश सरकार के “जीरो टॉलरेंस नीति” की जमकर उड़ाई जा रही है धज्जियां।

✓ पीड़िता ने एसपी को शिकायती पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार।

✓ पीड़िता को पांच बार बुलाया थाने, तीन बार बदलवाया तहरीर, फिर भी दर्ज नहीं हुआ मुकद्दमा।

कुशीनगर :- उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है, और महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को भी सजगता बरतने की सख्त हिदायत दिया है, लेकिन इसके बावजूद भी नेबुआ नौरंगिया थानेदार दीपक कुमार सिंह के द्वारा सरकार के इस आदेश की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।

नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के मोती छपरा गांव निवासिनी प्रियंका भारती ने बुधवार को एसपी कुशीनगर को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि, उनके ही गांव के रहने वाले सुकिल पुत्र अकलू के घर से बीते 30 अप्रैल को किसी बात को लेकर दोपहर बाद वाद विवाद हो गया! जिसमे उन लोगो के द्वारा एकजुट होकर घर मे घुसकर तोड़फोड़ करते हुए, गाली गलौज कर मारपीट किया गया! जिसमे उनके परिजनों को काफी चोटें आईं। तत्पश्चात  इलाज कराने के बाद दूसरे दिन पीड़िता द्वारा मेडिकल रिपोर्ट के साथ स्थानीय थाने में शिकायती पत्र दिया गया। तहरीर मिलने के उपरांत थानेदार ने पीड़िता को पांच बार थाने बुलाकर तीन-तीन बार तहरीर भी बदलवाया गया। इसके बाद भी आज तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। जबकि दूसरे पक्ष के तहरीर पर हमारे परिजनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। थक हारकर पीड़िता ने कुशीनगर पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।

✓ क्या कहती हैं पीड़िता प्रियंका भारती?

पीड़िता से आज जब घटना के संबंध में टेलीफोनिक वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि, उक्त घटना 30 अप्रैल 2025 को हुई, घटना के उपरान्त मेडिकल परीक्षण कराने के बाद 1 मई 2025 को थाने में मेरे द्वारा तहरीर दिया गया और मेरे विपक्षी ने 3 में को तहरीर दिया लेकिन मेरा मुकद्दमा दर्ज ना करके मेरे ऊपर मुकद्दमा दर्ज कर दिया गया। हर थक कर जब थाने से कार्रवाई होते नहीं देखा तो बीते 14 मई 2025 को पुलिस अधीक्षक कुशीनगर को लिखित तहरीर देते हुए न्याय की मांग की गई है, लेकिन उसके बावजूद भी अभी तक मेरा मुकद्दमा दर्ज नहीं किया गया है।

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