पड़रौना/खिरकिया हॉस्पिटल काण्ड मामला अभी थमा नही कि, कोटवा कला स्थित मंगलम हॉस्पिटल में हुई प्रसूता की मौत।

धनंजय कुमार पाण्डेय, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश
✓ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नेबुआ नौरंगिया से महज चार सौ मीटर के अंदर संचालित हो रहा था बिना रजिस्ट्रेशन मंगलम हॉस्पिटल।
✓ बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित मंगलम हॉस्पिटल पर गर्भवती महिला की इलाज के दौरान हुई मौत।
✓ गर्भपात करने के दौरान महिला की मौत से जिले में मचा हड़कंप।
✓ कुशीनगर के स्वास्थ्य महकमे में योगी सरकार के “जीरो टॉलरेंस नीति” की जमकर उड़ाई जा रही धज्जियां।
✓ इलाज के दौरान हुई मौत के बाद महिला को मंगलम हॉस्पिटल के संचालक द्वारा जिंदा बता कर जिला अस्पताल किया गया रेफर।

नेबुआ नौरंगिया :- कोटवा कला में स्थित मंगलम हॉस्पिटल में चार माह की गर्भवती महिला की ईलाज के समय हुई लापरवाही ने महिला की जान ले ली! मौत के बाद परिजनों ने हॉस्पिटल पर जमकर बवाल काटा! हंगामा बढ़ता देख हास्पिटल संचालक और स्टाफ मौके से फरार हो गए।
कुशीनगर : नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के कोटवा कला में संचालित अपंजीकृत हास्पीटल में मंगलवार सुबह गर्भपात के दौरान गलत नस कटने जाने से ब्लीडिंग होने के बाद महिला की मौत हो गई! महिला की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया, घटना के बाद गर्भपात करने वाली महिला डाक्टर किरन पाण्डेय जो कि कोहरगड्डी एएनएम सेंटर पर ए एन एम के पोस्ट पर तैनात हैं, स्टाफ सहित मौके से ताला बंद कर भाग खड़े हुए! शव लाकर परिजनों ने हास्पिटल के सामने सड़क जाम कर दिया! मौके पर पहुंचे नेबुआ नौरंगिया थानाध्यक्ष के काफी समझाने बुझाने पर जाम एक घंटे बाद समाप्त हुआ।
नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के कोटवा कला गांव मे संचालित मंगलम् हास्पिटल बिना रजिस्ट्रेशन के ही संचालित होता रहा था! जहां पर सोमवार शाम को महराजगंज जनपद के बसडीला गांव निवासनी चार माह की गर्भवती 28 वर्षीय प्रतीमा यादव अपने परिजनों के साथ इलाज के लिए पहुंची थी। आरोप है कि अपंजीकृत हास्पिटल में महिला को देखने के बाद डॉक्टर द्वारा गर्भपात कराने की सलाह दी गई। गर्भपात कराये जाने के दौरान महिला की कोई नस कट गई! जिससे महिला की स्थिति बिगड़ गई। हालत बिगड़ने के कुछ देर बाद ही महिला की मौत हो गई। मंगलवार को मृतका के परिजनों ने अपंजीकृत हास्पीटल पर हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ते देख हास्पिटल संचालक और स्टाफ मौके से फरार हो गए। उसके बाद हास्पीटल के कुछ ही कुछ लोगों द्वारा महिला को जिंदा बताते हुए इलाज के लिए
जिला अस्पताल ले गए, और पोस्टमार्टम हाउस पर छोडकर फरार हो गए। जहां से शव को परिजन लेकर उक्त हास्पीटल पर पहुच गए और उसके सामने सड़क को जाम करते हुए संबंधित दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग करने लगे। एक घंटे बाद पहुचे थानाध्यक्ष दीपक सिंह परिजनों को समझा बुझाकर जाम को समाप्त कराया। मृतका के पति जितेंद्र एक माह से विदेश हैं और उनकी दो मासूम बच्चियां भी हैं। इस संबंध में थानाध्यक्ष दीपक सिंह ने बताया कि सड़क जाम को समाप्त करा दिया गया है! तहरीर परिजनों द्वारा दी गई तो, संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे कार्रवाई की जाएगी।