कुशीनगर में 15 दिवसीय “विकसित क़ृषि संकल्प अभियान” का हुआ समापन, लगभग 15000 किसान हुए लाभान्वित।

धनंजय कुमार पाण्डेय, ब्यूरो चीफ, उत्तर प्रदेश
✓ कुशीनगर में आज 15 दिवसीय “विकसित क़ृषि संकल्प अभियान” का हुआ समापन।
✓ 15 दिवसीय “विकसित क़ृषि संकल्प अभियान” के तहत लगभग 15000 किसान हुए लाभान्वित।
कुशीनगर :- जनपद में केंद्र और राज्य सरकार के विकसित क़ृषि संकल्प अभियान के अंतिम दिन खड्डा विकास खंड के तीन गावों धर्मउली, बोधि छपरा और सोहरौना मे वैज्ञानिक कृषक संवाद गोष्ठी का आयोजन हुआ, कार्यक्रम की अध्यक्षता उक्त गावों के ग्राम प्रधानों ने की।

यह 15 दिवसीय अभियान 29 मई 2025 से प्रारम्भ हो कर आज दिनांक 12 जून 2025 तक चला! जनपद कुशीनगर मे गठित तीन टीमों द्वारा प्रत्येक दिन तीन विकास खंडो के कुल नौ गावों मे इस अभियान को चलाया गया, इस प्रकार 15 दिन मे जनपद कुशीनगर के कुल 135 गावों मे इस संकल्प को चलाया गया! इस कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद कुशीनगर के लगभग 15000 किसानो ने लाभ लिया! बाबू गेंदा सिंह गन्ना प्रजनन एवं अनुसन्धान संस्थान, सेवरही, कुशीनगर के वैज्ञानिक डॉ वाई पी भारती ने गन्ने के साथ सहफसली खेती और गन्ने मे लगने वाले महत्वपूर्ण रोगों और कीटो के प्रबंधन के बारे मे जानकारी दिया।

क़ृषि विज्ञान केंद्र, सरगटिया, सेवरही, कुशीनगर के विशेषज्ञ डॉ अरुण प्रताप सिंह ने बीजोपचार के फायदे, तकनीकी, मृदा परिक्षण के फायदे, नमूना लेने की विधियां, प्राकृतिक खेती का महत्त्व, प्राकृतिक खेती के मुख्य घटक देसी गौ पालन, रासयानो का मृदा, पर्यावरण और जीवों पर पड़ने वाले दुसप्रभावों के बारे मे विस्तृत जानकारी दिया। वैज्ञानिक गंगाराज आर ने सब्जी फसलों पर लगने वाले कीटो और बीमारियों के बारे मे और उनके जैविक नियंत्रण के बारे मे बताया। तकनीकी अधिकारी मोतीलाल कुशवाहा ने केले और हल्दी के उन्नत क़ृषि के बारे मे किसानो को बताया। मौसम विशेषज्ञ श्रुति वी सिंह ने खरीफ क़ृषि मे मौसम पूर्वनुमान के महत्व के बारे मे बताया। इस कार्यक्रम मे उपरोक्त गावों के सैकड़ो किसानो ने बढ़ चढ़ कर सहभाग किया।