अमेठी में सरकारी टीचर, पत्नी और दो बेटियों की हत्या के मामले में एसटीएफ के डीएसपी डी के शाही रवाना।

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ब्यूरो रिपोर्ट, आपकी आवाज़ न्यूज, उत्तर प्रदेश

✓ यूपी के अमेठी में सरकारी टीचर समेत पूरे परिवार को बदमाशों द्वारा गोली मार दी गई।

✓ गुरुवार शाम बदमाशों ने घर में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग कर दी।

✓ गोली लगने से टीचर सुनील कुमार, उनकी पत्नी और 5 और डेढ़ साल की बेटियों की मौत हो गई।

✓ घर के आंगन में नल के पास पति-पत्नी के शव पड़े थे।थोड़ी दूर पर उनके दो मासूम बच्चों की थी लाश।

✓ फोरेंसिक, सर्विलांस और डॉग स्क्वायड टीमें खंगाल रही हैं एक एक सबूत। एसपी अनूप सिंह भी मौके पर पहुंचे हैं।

एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरडकर, आईजी अयोध्या रेंज
प्रवीण कुमार भी रवाना हो गए हैं।

डीजीपी प्रशांत कुमार पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

सीएम योगी ने कहा- दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। UP STF को हत्याकांड के खुलासे के लिए लगाया गया है।

डिप्टी एसपी डीके शाही टीम के साथ घटनास्थल पहुंच रहे हैं।

डीके शाही ने ही सुल्तानपुर डकैती के आरोपी मंगेश यादव का एनकाउंटर किया था।

रायबरेली के रहने वाले थे टीचर सुनील

टीचर सुनील कुमार (34) रायबरेली जिले में जगतपुर थाना क्षेत्र के सुदामापुर गांव के रहने वाले थे।

गांव में पिता राम गोपाल रहते हैं।

10 दिसंबर, 2020 को सुनील की बेसिक शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी लगी थी।

12 मार्च 2021 को उन्हें अमेठी जिला मुख्यालय से 62 किमी दूर सिंहपुर ब्लॉक के पनहौना प्राथमिक विद्यालय (पीएमश्री विद्यालय) में जॉइनिंग मिली थी।

अमेठी में सुनील शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी चौराहे पर मुन्ना अवस्थी के यहां तीन महीने से किराए पर रहे थे।

परिवार में पत्नी पूनम भारती और दो बच्चियां- दृष्टि (5) और मिकी (2) थीं।

जो जहां मिला, उसे वहीं गोली मार दी

लोगों ने बताया कि गुरुवार की शाम करीब 7 बजे असलहा लिए कुछ लोग सुनील के घर पर पहुंचे।

बदमाशों को घर में जो जहां मिला, उसे गोली मार दी।

फायरिंग की आवाज सुनकर अफरा-तफरा मच गई।

लोग घरों से जब तक बाहर निकले, बदमाश वारदात कर जा चुके थे।

स्थानीय लोग तत्काल सुनील कुमार, उनकी पत्नी और दोनों बच्चियों को सीएचसी सिंहपुर ले गए।

लेकिन, डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।

18 अगस्त को पत्नी ने दर्ज कराया था SC/ST का केस

जानकारी के मुताबिक, सुनील की पत्नी पूनम ने 18 अगस्त को रायबरेली के नगर कोतवाली में एससी-एसटी एक्ट की धारा 354 समेत कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी।

मामले में चंदन वर्मा आरोपी है।
हालांकि पुलिस ने मखूदमपुर चौकी
बुलाकर दोनों पक्षों में समझौता करा दिया था।

शक की सुई अभी चंदन वर्मा पर ही घूम रही है।पत्नी ने जिस पर मुकदमा दर्ज कराया ता उससे अभी हाल ही में मखदूमपुर चौकी में समझौता कराया गया था।

पुलिस शुरुआती जांच में इसी एंगल पर काम कर रही है।जिस तरह से दो छोटी-छोटी बच्चियों की हत्या कर दी गई,

उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि परिवार से किसी की पुरानी रंजिश रही होगी।

एसपी बोले- मौके पर लूट के सबूत नहीं मिले

एसपी अनूप कुमार ने बताया- मौके पर जांच के दौरान किसी प्रकार की लूट के सबूत नहीं मिले हैं।

अभी तक की जांच में पता चला है कि टीचर की तरफ से एक मुकदमा संजय वर्मा नाम के व्यक्ति

के खिलाफ/एससीएसटी और छेड़छाड़ के धाराओं में रायबरेली नगर कोतवाली में दर्ज कराया गया था।

ये जांच की जा रही है, क्या उस वजह से घटना को अंजाम दिया गया है।

हत्यारों का सुराग लगाने के लिए टीम लगा दी गई है।जांच की जा रही है।

मरने वाली दोनों बच्चियां हैं। एक की उम्र पांच साल और दूसरे की उम्र डेढ़ साल है।

योगी ने घटना का लिया संज्ञान

सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लिया है। अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं। दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

योगी ने कहा- दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

सपा ने कहा- योगी कानून व्यवस्था का झूठा राग अलापते हैं

सपा की मीडिया सेल ने अमेठी की घटना को लेकर X पर पोस्ट किया।

लिखा- सरेशाम घर में घुसकर एक शिक्षक, उसकी पत्नी और दो मासूम बच्चों की हत्या अंधाधुंध फायरिंग करके कर दी गई।

सीएम योगी जो दूसरे प्रदेशों में जाकर सरेआम मंच से यूपी की कानून व्यवस्था का झूठा राग अलापते हैं, वो शर्म करें।

यूपी में लगातार जनता जघन्य अपराधों से भयाक्रांत है।

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