साउथ मूवी “पुष्पा 2” के सुपर स्टार अल्लू अर्जुन को 14 दिन के लिए भेजा जेलः वरुण-चिरंजीवी आए ‘पुष्पा’ के साथ, सियासत भी हुई तेज।

ब्यूरो रिपोर्ट, आपकी आवाज़ न्यूज, नई दिल्ली
✓ सवाल यह उठ रहा है कि पुष्पा 2 के लिए पुलिस से जब पत्र के जरिए अनुमति ली गई थी तो फिर, यह मामला क्यों बना?
नई दिल्ली :- साउथ के सुपर स्टार अल्लू अर्जुन उनकी बहुप्रतीक्षित फिल्म पुष्पा 2 की रिलीज के साथ विवाद में फंस गए हैं, उनकी फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान मची भगदड़ में एक महिला की मौत हो गई, अल्लू अर्जुन को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उनकी जमानत पर सुनवाई हुई, सुनवाई के दौरान अदालत ने अल्लू अर्जुन को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया।
अब सवाल यह है कि इस भगदड़ में अल्लू अर्जुन का क्या रोल? इसका कारण यह बताया जा रहा है कि अल्लू अर्जुन पुष्पा 2 की हैदराबाद के संध्या थिएटर में स्क्रीनिंग में बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के पहुंच गए, हालांकि थिएटर की ओर से इसकी पूर्व में ही सूचना पुलिस को भेजी गई थी, इस बारे में थिएटर की ओर से लिखा गया पत्र सामने आया है।
पुलिस में दर्ज शिकायत को रद्द कराने के इरादे से अल्लू अर्जुन हाईकोर्ट पहुंचे थे, उन्होंने 11 दिसंबर को चिक्कडपल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर को खारिज करने की याचिका दायर की थी लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली! अल्लू अर्जुन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, पुलिस ने इस घटना के लिए अल्लू अर्जुन और थिएटर प्रबंधन पर केस दर्ज किया था।
सवाल यह उठ रहा है कि पुष्पा 2 के लिए पुलिस से जब पत्र के जरिए अनुमति ली गई थी तो फिर, यह मामला क्यों बना? अल्लू अर्जुन को आज नामपल्ली कोर्ट में ले जाया गया, इसके मद्देनजर नामपल्ली कोर्ट में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
✓ चिरंजीवी पहुंचे अल्लू अर्जुन के घर….!
हालांकि दक्षिण भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार, वरुण धवन सहित बॉलीवुड के कई कलाकार मुश्किल में पड़े अल्लू अर्जुन के समर्थन में आगे आ गए हैं, मेगास्टार चिरंजीवी और उनकी पत्नी सुरेखा अल्लू अर्जुन के घर पहुंच गए हैं।
अभिनेता वरुण धवन ने अल्लू अर्जुन की गिरफ़्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुरक्षा प्रोटोकॉल सिर्फ़ अभिनेता की जिम्मेदारी नहीं हो सकती, उन्होंने कहा, “हम अपने आस-पास के लोगों को सूचित कर सकते हैं, यह घटना दुखद थी और मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, लेकिन इसके लिए सिर्फ़ एक व्यक्ति को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, बताया जाता है कि 4 दिसंबर को पुष्पा 2 की स्क्रीनिंग हुई थी, हैदराबाद में संध्या थिएटर में इस इवेंट के दौरान भगदड़ मच गई, इससे रेवती नाम की महिला की मौत हो गई, इसके अलावा रेवती का बेटा घायल हो गया, अल्लू अर्जुन इस आयोजन में बिना सूचना के पहुंच गए थे, उनको देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी और भगदड़ मच गई, इसी भगदड़ में महिला की जान चली गई।
✓ अल्लू अर्जुन ने पीड़ित परिवार के प्रति जताई संवेदना।
हालांकि इस हादसे के बाद अल्लू अर्जुन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी, उन्होंने पीड़िता के परिवार को 25 लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया था, वहीं दुःखद हादसे पर अपनी संवेदना भी जाहिर की थी।
अल्लू अर्जुन के मुताबिक फिल्म की रिलीज पर थिएटर में आना स्वाभाविक है, वह पहले भी कई बार थिएटर में आ चुके हैं, लेकिन ऐसी घटना कभी नहीं हुई, अल्लू अर्जुन ने एक्स पर पोस्ट में लिखा था, “संध्या थिएटर में हुई दुखद घटना पर खेद है, इस कठिन समय में परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं, मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि वे इस दर्द में अकेले नहीं हैं और मैं व्यक्तिगत रूप से परिवार से मिलूंगा, मैं इस कठिन सफर से गुजरने में उनकी हर संभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
पुलिस ने पांच दिसंबर को महिला के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई एक शिकायत के आधार पर अल्लू अर्जुन और उनकी सुरक्षा टीम के साथ थिएटर प्रबंधन के खिलाफ चिक्कड़पल्ली पुलिस थाने में केस दर्ज किया था, जांच के दौरान पुलिस ने थिएटर के मालिकों में से एक, उसके सीनियर और निचली बालकनी के प्रभारी को गिरफ्तार किया था।
✓ अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को लेकर सियासत तेज।
अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को लेकर राजनीति शुरू हो गई है, तेलंगाना के विपक्षी दल बीजेपी और बीआरएस ने टॉप तेलुगु स्टार अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस पर निशाना साधा और पुष्पा के स्टार के साथ किए गए व्यवहार पर सवाल उठाए।
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री बंडी संजय कुमार ने कहा कि अभिनेता बेहतर व्यवहार के हकदार थे, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने अल्लू के साथ “आम अपराधी” जैसा व्यवहार करने के लिए सरकार की आलोचना की! संजय कुमार ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता को “सीधे उनके बेडरूम से उठा लिया गया” और उन्हें कपड़े बदलने का भी समय नहीं दिया गया, जो “कुप्रबंधन और अनादर का एक शर्मनाक कृत्य” है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री संजय कुमार ने कहा कि, “भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाने वाले सितारे से बेहतर व्यवहार होना चाहिए”। संध्या थिएटर में एक महिला की दुखद मौत को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मंत्री ने कहा कि यह घटना केवल कांग्रेस सरकार की भारी भीड़ का प्रबंधन करने में विफलता को रेखांकित करती है, उन्होंने आरोप लगाया कि वास्तविक विफलता कांग्रेस सरकार की इस तरह के हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने में ‘अक्षमता’ में निहित है।