नेपाल द्वारा 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने से कुशीनगर में खड्डा तहसील के दियरा क्षेत्र में बाढ़ की संभावना।
धनंजय कुमार पाण्डेय आपकी आवाज़ न्यूज कुशीनगर
✓ कुशीनगर जनपद में खड्डा तहसील के दियरा क्षेत्र में बाढ़ की संभावना।
✓ कुशीनगर जनपद के छितौनी पनियहवा दियरा क्षेत्र में विकास की गंगा बहते दिखी।
✓ सरकार की ग्रामीण विकास योजना जनपद के दूर दराज क्षेत्रों में ना के बराबर।
✓ सरकारी तंत्र के निकम्मे अधिकारियों और कर्मचारियों के चलते बलि का बकरा बने दियरा क्षेत्र के निवासी।
छितौनी/कुशीनगर :- नेपाल के 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ते ही उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद में स्थित नगर पंचायत छितौनी के विकास की गंगा देखने को खूब मिल रही है। वैसे तो प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों और नवीनतम नगर पंचायतों के विकास के लिए करोड़ों रुपए दे रही है, लेकिन जनपद के छितौनी नगर पंचायत के हालत कुछ और ही बयान करती नजर आ रही है।
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आपको बतादें कि छितौनी पनियहवा क्षेत्र कुशीनगर जनपद का सबसे पिछड़ा इलाका माना जाता है, जो की खड्डा विधानसभा का सबसे नजदीकी एरिया है वर्तमान में यहां से भाजपा/निषाद पार्टी से विवेकानंद पाण्डेय विधायक की कुर्सी संभाल रहे हैं। बतौर विधायक के रूप में पिछले तीन वर्षों से लगातार अपने क्षेत्रों में भ्रमण करते रहे हैं लेकिन दियरा क्षेत्र में जब भी बरसात होती है तो वहां निवास करने वाले लोग अपना बनी बनाई कुटिया छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं। और सरकार की तरफ से इनको संतावना देने के लिए विधायक और सांसद के द्वारा चूड़ा और मिट्ठा ( गुड़) रूपी लोलीपॉप देकर तत्काल शांत करा दिया जाता है।
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✓ कौन कौन से गांव होते हैं प्रभावित।
बरसात शुरू होने पर रेता क्षेत्र के शिवपुर, बसंतपुर, हरिहरपुर, नरायनपुर, मरीचहवां, बकुलादह बालगोविंद छपरा, शालिकपुर आदि गांवों में बाढ़ का पानी घुसना शुरू हो जाता है, जिससे लोगों को अपना घर छोड़ बंधे पर रहने को मजबूर हो जाते हैं।
आज उपजिलाधिकारी खड्डा ऋषभ पुंडीर ने क्षेत्र का दौरा करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के लिए कहा गया।
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✓ सबसे बड़ा सवाल
आखिर गंडक नदी के किनारे बसे हुए बाढ़ प्रभावित गांवों के विकास की बात, बरसात होने पर ही क्यों शुरू की जाती है, क्या सरकार के पास बरसात के समय अतिरिक्त धन इकट्ठा हो जाता है जिससे की लोगों के बेघर होने की स्थिति देख सरकार उन क्षेत्रों के विशेष विकास की चर्चाएं शुरू कर दी जाती है।