- एन एच 28 हाइवे के रास्ते छोटे मालवाहकों से हो रही तस्करी
धनंजय कुमार पाण्डेय/आपकी आवाज़ न्यूज
कुशीनर/उत्तर प्रदेश :- पिछले करीब ढाई साल से जनपद में आपरेशन लंगडा जारी है और नवागत पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने भी उसी को आगे बढाया है। पिछले करीब आठ महीनों में एनएच 28 हाइवे के रास्ते शराब और पशु तस्करी को लेकर हाइवे के किनारे बने थाने हाटा, कसया, पटहेरवा, तमकुही और तरयासुजान पुलिस की करीब सौ से अधिक मुठभेड हो चुकी है। लेकिन आज भी तस्कर बेखौफ होकर पशु तस्करी, शराब तस्करी और अन्य अवैध कारनामों के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं।
शनिवार की भोर में हाटा कोतवाली थाना क्षेत्र में पुलिस और पशु तस्करों के बीच मुठभेड हो गई, जिसमें दो पशु तस्कर पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए। पिकअप से वध के लिए बिहार ले जा रहे प्रतिबंधित सात गोवंश को पुलिस ने मुक्त कराया।
गिरफ्तार पशु तस्करों के पास से पुलिस को देशी तमंचा, जिंदा कारतूस,पिकअप, करीब दस हजार रूपए नगद, एक एंड्रायड फोन, लोहे का धारदार बांका और सात गोवंश बरामद किया गया है। पुलिस की माने तो कोतवाली हाटा पुलिस को सूचना मिली कि कुछ लोग पिकअप से गोवंश लेकर गोरखपुर से बिहार राज्य की ओर जा रहे हैं। सूचना के आधार पर कोतवाली हाटा पुलिस ने एनएच 28 के छपरा भगत कट के पास घेराबंदी तो कुछ ही देर में गोरखपुर की तरफ से पिकअप आती हुई दिखाई दी, जिसे पुलिस कर्मियों ने रोकने का प्रयास किया तो पुलिस और पशु तस्करों में मुठभेड शुरू हो गई। मुठभेड के दौरान पिकअप में मौजूद दोनो पशु तस्कर पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए। घायलों की पहचान अब्दुल शाह पुत्र अमीन शाह निवासी बाजू पट्टी थाना कसया और सुफियान आलम उर्फ महमूद पुत्र औरंजेब कुचिया मठिया थाना पटहेरवा के तौर पर हुई है। मुठभेड में घायल दोनों पशु तस्करों को पुलिस अस्पताल लेकर गई जहां उनका इलाज हुआ।
तस्करों का लाइनर पुलिस की पकड़ से दूर
सूत्रों की माने तो शनिवार की भोर में पुलिस और पशु तस्करों की मुठभेड के दौरान पिकअप में मौजूद तस्करों को रास्ते में आगे की हालात की सूचना देने वाला तीसरा तस्कर अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। गोवंश की पिकअप से कुछ दूरी बनाकर आगे चलने और रास्ते में आने वाली हालात का जायजा देने की जिम्मेदारी इसी तीसरे तस्कर की होती है जो मुठभेड होने के बाद से ही गायब है।
क्या बोले एसपी कुशीनगर
गोतस्करी औैर मादक पदार्थों की तस्करी जिले के किसी भी रास्ते से नहीं होने दिया जाएगा। अर अपराधी गोली की भाषा ही समझते हैं तो उनसे उसी तरह से निपटा जाएगा। किसी भी तरह का अवैध काम या तस्करी का बर्दाश्त नही किया जाएगा। अपराधियों पर लगातार कार्ररवाई जारी रहेगी।