कुशीनगर/जामताड़ा गैंग का पर्दाफाश, पांच शातिर साइबर अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आरोपियों के कब्जे से मिले 115 चोरी के मोबाइल।
धनंजय कुमार पाण्डेय,आपकी आवाज़ न्यूज,कुशीनगर
कुशीनगर :- जिले की स्वाट टीम और विशुनपुरा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कुशीनगर और आस पास के जिलों में सक्रिय जामताड़ा गैंग के पांच शातिर साइबर अपराधियों को दबोचा। आरोपियों के कब्जे से भिन्न भिन्न ब्रांड के मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
कुशीनगर पुलिस ने सोमवार को जामताड़ा गैंग के पांच शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस कार्रवाई के दौरान गिरफ्तार किए गए पांचों साइबर अपराधी झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के निवासी हैं जो कुशीनगर जिले में रहकर गैंग के अन्य साथियों की मदद से मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम देते हैं और उसके बाद इन मोबाइल फोन का प्रयोग साइबर अपराध और ठगी के लिए करते हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान कैलाश मंडल व विक्की कुमार मंडल पुत्र अशोक मंडल निवासी महाराजपुर नया टोला थाना क्षेत्र तेलझाड़ी जिला साहबगंज झारखंड, संतोष वर्मा पुत्र लल्लन प्रसाद निवासी ग्राम गौरा थाना क्षेत्र कटया जिला गोपालगंज, बिहार, जहांगीर शेख पुत्र आतिल शेख निवासी करारी चांदपुर हरकला टोला थानाक्षेत्र अमदाबाद, जिला कटिहार, बिहार और स्वास्तम कुमार पुत्र स्व. हरेराम मंडल निवासी ग्राम तौरसिया तीज थानाक्षेत्र अमदाबाद जिला कटिहार, बिहार के रूप में हुई है। आरोपियों के कब्जे से 115 मोबाइल फोन जिसकी अनुमानित कीमत करीब 30 लाख रुपए, दो चोरी की बाइक और 14,620/ रूपए नगद बरामद हुआ है।
✓ क्या है इनके अपराध करने का तरीका?
जनपद की स्वाट टीम और विशुनपुरा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में सोमवार को गिरफ्तार किए गए पांचों साइबर अपराधी मूलतः झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के निवासी है और कसया में किराए के मकान में रहकर जनपद के विभिन्न शहरों, कस्बों और आस पास के जिलों में मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम देते हैं। आरोपियों ने मोबाइल चोरी के लिए अपने गैंग में छोटी उम्र के बच्चों को भी शामिल किया है, जो भीड़ बाद वाले इलाकों और हाट बाजारों में मोबाइल चोरी की घटना को अंजाम देते है। कम उम्र होने की वजह से कोई भी इनपर शक नहीं करता है और आसानी से बच्चे मोबाइल फोन चोरी कर गैंग के अन्य सदस्यों तक पहुंचा देते हैं। इसके बाद गैंग के अन्य सदस्य चोरी के इन मोबाइल फोन का लॉक खोलकर इसमें मौजूद यूपीआई के मदद से पीड़ित के बैंक खाते से रकम ट्रांसफर कर लेते है और फिर मोबाइल को झारखंड के जामताड़ा और साहबगंज में बेच देते हैं जहां इन मोबाइल फोन की मदद से साइबर ठगी और फ्रॉड फोन कॉल की घटना को अंजाम दिया जाता है।
✓ आरोपियों ने जिले के कसया नगर में बनाया चोरी के मोबाइल फोन का स्टॉक प्वाइंट।
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने जिले के कसया नगर में चोरी के मोबाइल फोन को इकट्ठा करने का केंद्र बनाया हुआ था। आरोपी जिले के अलग अलग नगरों, कस्बों और आस पास के जिलों से चोरी किए गए मोबाइल फोन को कसया थाना क्षेत्र के मालती पांडे बालिका विद्यालय के पीछे एक़ किराए के मकान में इकट्ठा करते थे और जब इनकी संख्या 100 या इससे अधिक हो जाती थी तो गैंग का सदस्य जहांगीर शेख इनको लेकर पश्चिम बंगाल पहुंचा देता है, जहां पर पहले इन मोबाइल फोन के लॉक को खोलकर यूपीआई के मदद से पीड़ित के बैंक खाते से रकम निकल लिया जाता है। उसके बाद इन सभी मोबाइल फोन को जामताड़ा और साहबगंज के साइबर ठगों को बेच दिया जाता है जिससे साइबर ठगी और फेक कॉल जैसी घटना को अंजाम दिया जाता है।
✓ क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक, संतोष कुमार मिश्रा
विशुनपुरा पुलिस और स्वाट टीम ने मोबाइल चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए पांच साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह सभी आरोपी साइबर ठगी के केंद्र झारखंड के जामताड़ा गैंग के सक्रिय सदस्य है। इनके पास से चोरी के मोबाइल फोन बरामद किया गया है। आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रहीं है साथ ही इस गैंग के अन्य सदस्यों की भी तलाश जारी है।