कुशीनगर :- घने कोहरे ने दी दस्तक, कम हुई गाड़ियों की रफ्तार।
धनंजय कुमार पाण्डेय,आपकी आवाज़ न्यूज,कुशीनगर
✓ कुशीनगर में कोहरे की वजह से सड़कों की विजिबिलिटी हुई कम।
✓ वाहन चालक पार्किंग लाइट एवं डिपर जलाते हुए, कर रहे हैं यात्रा।
✓ शाम सात बजे के बाद कोहरे की आगोश में शहर और गांव।
✓ कोहरे के साथ-साथ ठंड में भी हुआ इज़ाफ़ा।
पडरौना, कुशीनगर :- छठ महापर्व के बीतते ही कुशीनगर में कोहरे की बढ़ोत्तरी दिन प्रति दिन बढ़ने लगी है! जिसके चलते लोगों को आवागमन में कई तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। अचानक कोहरे की बढ़ोत्तरी से लोगों ने रोजमर्रा के कार्यों में भी गतिशीलता कम होते नजर आने लगी है, लोगों ने धीरे धीरे गर्म कपड़े पहनने शुरू भी कर दिए हैं। पिछले दो से तीन दिनों में मौसम में हुए अचानक परिवर्तन के कारण लोगों ने गर्म कपड़ों के साथ-साथ गर्म बिस्तर, कम्बल, और रजाई भी निकलते दिखाई दे रहे हैं।
✓ कुहरे से विद्यालय की समय सारणी में भी हुआ परिवर्तन!
एक तरफ जहां मौसम ने अचानक करवटें लेनी शुरू कर दीं हैं तो वहीं, बदलते हुए मौसम के कारण सरकारी व निजी विद्यालय के बच्चों के आवागमन में भी कुछ कमी महसूस की जा रही है, हालाकि कुछ निजी विद्यालयों ने बदलते हुए मौसम के चलते अपने समय सारणी में परिवर्तन भी कर लिया है जिससे कि स्कूली बच्चे समय से विद्यालय में पहुंच सकें।
वहीं बदलते मौसम को देखते हुए “संविलियन विद्यालय बहोरा रामनगर” के प्रभारी प्रधानाध्यापक श्री रमेशचन्द चौरसिया ने टेलीफोनिक वार्ता के दौरान बताया कि, बदलते हुए मौसम के कारण छात्र उपस्थिति में लेट लतीफी देखी जा रही है, उन्होंने ये भी बताया कि छात्र उपस्थिति में जो कमी आ रही है वो सिर्फ बीते त्यौहारों और ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि कार्यों की शुरुआत के वजह से ऐसा हो रहा है, आगे सरकार द्वारा बच्चों को सप्ताह में गुरुवार के दिन विशेष प्रकार का फूड देंने सम्बन्धी बातें बताई गई।
✓ घने कुहरे से नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे और मुख्य शहरों को जोड़ने वाली सड़कों की कमियां हो रही उजागर।
आपको बतादें कि, कुछ दिनों से कुहरे की अधिकता के कारण सड़को की कमियां एक एक करके उजगार होते नजर आ रही हैं! कमियों में मुख्य रूप से निम्न बातें सामने आ रही हैं –
- सड़कों पर कई तरह की पट्टियां बनी होती हैं, जिनका अलग-अलग मतलब होता है!
1- सफ़ेद और काली धारियों वाली पट्टी
इसे जेब्रा क्रॉसिंग कहते हैं. यह चौराहों या तिराहों पर बनाई जाती है, ताकि पैदल यात्री सुरक्षित रूप से सड़क पार कर सकें।
2- सफ़ेद पट्टी
इसका मतलब है कि सड़क एक-तरफ़ा है और चालक लेन नहीं बदल सकता।
3- टूटी हुई सफ़ेद पट्टी
इसका मतलब है कि सुरक्षित होने पर लेन बदली जा सकती है या यू-टर्न लिया जा सकता है।
4- पीली पट्टी
इसका मतलब है कि कतार में चलें और ओवरटेक न करें।
5- दो पीली पट्टियां
इसका मतलब है कि यह द्विगामी सड़क है, लेकिन इनके बीच से लेन नहीं क्रॉस की जा सकती।
6- टूटी पीली पट्टियां
इसका मतलब है कि सड़क दो-तरफ़ा है, लेकिन सुरक्षित तरीके से ओवरटेक किया जा सकता है।
7- रंबल स्ट्रिप्स
ये सफ़ेद रंग की क्षैतिज पट्टियां होती हैं, इनका मकसद नींद में सो रहे या अकेले ड्राइवरों का ध्यान सड़क पर आकर्षित करना होता है।
कुशीनगर यातायात विभाग इस तरह के नियमों का कड़ाई से पालन कराए ताकि सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आए। जनपद में कई ऐसे मुख्य मार्ग हैं जिन पर सफेद पत्तियां काफी धूमिल हो चुकी हैं जिससे कि ठंड के मौसम में कुहरे की अधिकता होने से आम जन-मानस को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यातायात विभाग सड़क पर बनाने वाली पत्तियों पर विशेष ध्यान दें।