पी.एम. मोदी का पोलैंड दौरा :- आज क्या-क्या करेंगे, किससे मिलेंगे, जानिए पूरा शेड्यूल।
ब्यूरो रिपोर्ट आपकी आवाज़ न्यूज
✓ 45 साल बाद जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पोलैंड की धरती पर कदम रखा तो उनका भव्य स्वागत किया गया, पोलैंड में पीएम मोदी आज भी कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
दिल्ली :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के पोलैंड दौरे पर हैं, इसके बाद वह यूक्रेन भी जाएंगे. बुधवार को उन्होंने पोलैंड पहुंचकर नवानगर के जाम साहब स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की. आज भी वह पोलैंड में ही रहेंगे! इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे, चांसलरी में पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत होगा, पोलैंड के प्रधानमंत्री के साथ पीएम मोदी एक बैठक भी करेंगे, इसके साथ ही द्विपक्षीय बैठक और प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी वह हिस्सा लेंगे, पीएमओ की तरफ से पीएम मोदी का आज का पूरा शड्यूल जारी किया गया है कि वह कब क्या करेंगे।
पीएम मोदी ने जाम साहब स्मारक पर दी थी श्रद्धांजलि
बुधवार को नवानगर के जाम साहब स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पीएम मोदी ने इसकी तस्वीरें अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी पोस्ट की थी. पीएम मोदी ने लिखा, “मानवता और करुणा एक न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण दुनिया की महत्वपूर्ण नींव हैं. वारसॉ में नवानगर के जाम साहब स्मारक में जाम साहब दिग्विजय सिंह जी, रणजीत सिंह जी जडेजा के मानवीय योगदान पर प्रकाश डाला गया है, जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के कारण बेघर हुए पोलिश बच्चों को आश्रय के साथ-साथ देखभाल भी सुनिश्चित की. जाम साहब को पोलैंड में डोबरी (अच्छा) महाराजा के नाम से याद किया जाता है. स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की.”
एक अन्य पोस्ट में पीएम ने लिखा, “वारसॉ में कोल्हापुर स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की, यह स्मारक कोल्हापुर के महान शाही परिवार को श्रद्धांजलि है, यह शाही परिवार द्वितीय विश्व युद्ध की भयावहता की वजह से विस्थापित पोलिश महिलाओं और बच्चों को आश्रय देने में सबसे आगे था।
45 साल बाद पोलैंड पहुंचा कोई भारतीय पीएम
बता दें कि 45 साल बाद जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पोलैंड की धरती पर कदम रखा तो उनका जोरदार स्वागत किया गया. पोलैंड के लोगों के मन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए खास आदर की भावना है, क्योंकि वह भारत के गुजरात राज्य से संबंध रखते हैं. गुजरात के जामनगर से पोलैंड का आज भी गहरा नाता है, क्योंकि द्वितीय विश्व युद्ध के समय जामनगर के जाम साहब दिग्विजय सिंह जी ने पोलैंड के करीब पांच हजार शरणार्थियों को अपनी रियासत में शरण दी थी और करीब एक हजार शरणार्थियों को कोल्हापुर की रियासत में शरण दिलाई थी. पोलैंड के लोग आज भी उस उपकार को नहीं भूले हैं. आज भी जामनगर के राजा को वहां “डोबरी महाराजा” के नाम से जाना जाता है।