दिल्ली चुनाव को लेकर भाजपा का संकल्प पत्र-3 जारी, केजरीवाल जैसा झूठा नहीं देखा, अमित शाह….!

ब्यूरो रिपोर्ट, आपकी आवाज़ न्यूज, नई दिल्ली
✓ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, उन्होंने कहा था कि, वे रिहायशी इलाकों से शराब की दुकानें करेंगे बंद।
✓ अरविंद केजरीवाल ने स्कूल, मंदिर और यहां तक कि गुरुद्वारों को भी नहीं छोड़ा, उन्होंने इनके आसपास भी शराब की दुकानें खोलने के लिए दे दिए लाइसेंस।
नई दिल्ली :- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली चुनाव से पहले से पार्टी मुख्यालय में बीजेपी का ‘संकल्प पत्र’ पार्ट-3 जारी किया, अमित शाह ने कहा कि भाजपा के लिए हमारा संकल्प पत्र, हमारे कामों की सूची है, ये झूठे वादे नहीं हैं, 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में काम करने की राजनीति स्थापित की है, दिल्ली प्रदेश भाजपा ने महिलाओं, युवाओं, जेजे क्लस्टर्स, असंगठित मजदूरों, मध्यम वर्ग, पेशेवरों, व्यापारियों और झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों के साथ बैठकें और परामर्श किया, 1.08 लाख से अधिक लोगों ने अपने सुझाव दिए, 62 तरह की समूह बैठकें हुईं, इस तरह हमारा घोषणापत्र अस्तित्व में आया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्होंने (अरविंद केजरीवाल) कहा था कि वे रिहायशी इलाकों से शराब की दुकानें बंद करेंगे, रिहायशी इलाकों की तो बात ही छोड़िए, अरविंद केजरीवाल ने स्कूल, मंदिर और यहां तक कि गुरुद्वारों को भी नहीं छोड़ा, उन्होंने इनके आसपास शराब की दुकानें खोलने के लिए लाइसेंस दे दिए, हजारों करोड़ का शराब घोटाला हुआ और यह घोटाला उनके शिक्षा मंत्री ने किया, यह अभूतपूर्व था, जब अरविंद केजरीवाल जेल में थे, तो उन्होंने नैतिक आधार पर इस्तीफा नहीं दिया, बल्कि गर्व से जेल के अंदर सीएम बने रहे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हर गरीब महिला को हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी, हर गर्भवती महिला को 21000 रुपये की आर्थिक मदद और 6 पोषण किट दी जाएंगी, एलपीजी सिलेंडर 500 रुपये में दिए जाएंगे और इसके अलावा, होली और दिवाली पर हर परिवार को एक-एक मुफ्त सिलेंडर दिया जाएगा, आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज पहली कैबिनेट में ही लागू किया जाएगा, दिल्ली सरकार द्वारा अतिरिक्त 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज प्रदान किया जाएगा, जो कुल 10 लाख रुपये हो जाता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “जब उन्होंने सरकार बनाई थी, तब उन्होंने दिल्ली के लिए दलित उपमुख्यमंत्री देने का वादा किया थाय, दिल्ली के दलित इसका इंतजार कर रहे हैं, 10 साल हो गए हैं, उन्होंने दो बार सरकार बनाई है, वे जेल भी गए और उनके पास अच्छा मौका था, फिर भी उन्होंने दिल्ली को दलित उपमुख्यमंत्री नहीं दी।
✓ बीजेपी के ‘संकल्प पत्र’ पार्ट-3 में क्या है खास?


