कसया-कुशीनगर :- कोर्ट के तामिला नोटिस पर नौ पक्षकारों के फर्जी हस्ताक्षर और अंगूठा निशानी का आरोप, जांच टीम गठित।

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धनंजय कुमार पाण्डेय आपकी आवाज़ न्यूज कुशीनगर

✓ कुशीनगर जनपद के कसया तहसील में 2021 के भूमि-विवाद मामले में दूसरे पक्ष के नौ लोगों को जारी हुआ तामिला नोटिस।

✓ लोगों तक बिना नोटिस पहुंचे ही, उन दस्तावेजों पर उनके फर्जी हस्ताक्षर और अंगूठे के निशान भी लग गए।

✓ दूसरे पक्ष के सभी नौ लोगों ने नोटरी बनवाते हुए तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कसया को लिखित शिकायती पत्र देते हुए उचित कार्यवाही की मांग की है।

सपथ पत्र

कसया/कुशीनगर :- जिले के कसया तहसील में एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जिसमें तहसील कोर्ट में लंबित एक भूमि- विवाद के मुकदमे में कोर्ट द्वारा नौ पक्षकारों के लिए “तामिला नोटिस” जारी होता है! लेकिन उस नोटिस के बारे में उन सभी लोगों को किसी तरह की जानकारी नहीं होती है, और तहसील कर्मचारी द्वारा उन्दस्तावेजों पर फर्जी हस्ताक्षर और अंगूठे का निशान लगाकर मूल दस्तावेजों के साथ लगा दिया जाता है, ये आरोप मुकदमे में सभी नौ पक्षकारों ने स्टांप पेपर द्वारा नोटरी देते हुए लगाया गया है।

✓ समझिए क्या है पूरा मामला :- दरअसल पूरा मामला कुशीनगर जिले के कसया तहसील का है। जहां पर वर्ष 2021 में कसया तहसील के ग्रामसभा परसहवां का भूमि-विवाद का मुकदमा तहसील कोर्ट में दाखिल हुआ। इसमें वादी पक्ष ने ग्रामसभा समेत नौ लोगों संजय, राकेश, गोविंद, अखिलेश, उमेश, नथुनी, कलावती, लालती, आदि को पक्षकार बनाया। अदालती कार्रवाई के दौरान मुकदमे में दूसरे पक्ष के सभी नौ पक्षकारों पर कोर्ट की तरफ से तामिला नोटिस जारी किया गया, लेकिन तहसील के तामिलाकर्ता ने कोर्ट के नोटिस को लेकर ना तो उनके घर पहुंचे और ना ही उनसे मिले। मुकदमे की पैरवी के दौरान जब एक पक्षकार को अधिवक्ता के जरिए उस तामिला नोटिस के बारे में पता चला तो वह हैरान रह गया। इस बाबत उन्होंने अन्य आठ पक्षकारों से नोटिस के बारे में पूछा तो पता चला कि तहसील कसया का कोई भी कर्मचारी उनके पास किसी तरह का तामिला नोटिस लेकर नहीं आया है। और नाही किसी तरह के दस्तावेजों पर हमने हस्ताक्षर किए हैं।

✓ सभी नौ पक्षकारों ने तामिलकर्ता पर फर्जीवाड़े का लगाया आरोप!

केस की पैरवी के दौरान नोटिस तामिला की जानकारी होने पर सभी पक्षकारों ने शिकायती पत्र तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कसया को दिया और बताया कि तहसील से जारी तामिला नोटिस लेकर तहसील का कोई भी कर्मचारी न तो उनके घर गया है और ना ही उनसे संपर्क किया है। साथ ही सभी पक्षकारों ने एक शपथ पत्र देकर बताया है कि उनके हस्ताक्षर और अंगूठा निशानी जो तामिला नोटिस में है उनके नहीं हैं। सपथ पत्र के माध्यम से बताया गया है कि पक्षकारों के हस्ताक्षर और अंगूठा निशानी फर्जी तरीके से कूटरचना कर बना दिया गया है और मुकदमे की मूल पत्रावली में दाखिल कर दिया गया है।

  • तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच शुरू।

पक्षकारों से प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर तत्कालीन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कसया अंकिता जैन ने तहसीलदार कसया की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया और मामले की जांच कर दो सप्ताह में इसकी रिपोर्ट मांगी।

बाइट – धर्मवीर सिंह तहसीलदार कसया

  • मामले की जांच चल रही है और अगले दो से तीन दिन में मामले की आख्या रिपोर्ट सक्षम अधिकारी को प्रस्तुत कर दिया जाएगा। प्रकरण में किसी भी कर्मचारी के दोषी पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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