बरेली में विधवा पेंशन के लिए भटक रही महिलाएं, किसी ने नही सुना दर्द।
ब्यूरो रिपोर्ट, आपकी आवाज़ न्यूज, उत्तर प्रदेश
बरेली/यूपी :- उत्तर प्रदेश सरकार विधवा महिलाओं के लिए विधवा पेंशन योजनाएं चला रही है लेकिन ऑफिस में बैठे भ्रष्ट बाबुओं के कारण विधवा महिलाओं को नहीं मिल पा रहा पेंशन।
बरेली :- मामला उत्तर प्रदेश के बरेली का है जहां लगातार विधवा महिलाएं ऑफिस के चक्कर लगा रही है, लेकिन कोई अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है! जिला अधिकारी कार्यालय के परिसर में बने विधवा पेंशन के ऑफिस में विधवा महिलाए विभाग के बाबू से मिलती हैं तो बाबू कह देते है पेंशन आ जायेगी, ऑफिस में बैठे बाबू ना ही महिलाओं के पेपर चेक करते हैं और ना ही रजिस्टर चेक करते है, महिलाओं से कह देते है कि पेंशन लखनऊ से रुकी हुई है पेंशन आ जायेगी कहकर बुजुर्ग विधवा महिलाओं को वापस कर देते हैं।
✓ सरकारी दफ्तर में कुर्सी पर बैठे बाबू कारण नही बताते विधवा पेंशन क्यों नही आ रही है सबको एक ही जवाब देते हैं कि लखनऊ से रुकी हुई है वहां से जब आएगा तो ही आप लोगों को मिलेगी।
✓ लगभग डेढ़ दर्जन विधवा महिलाएं पार्षद पति चंद्रपाल राठौर और राजेश पटेल के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची जिलाधिकारी के न मिलने पर एडीएम द्वितीय को ज्ञापन दिया।
✓ विधवा बुजुर्ग महिलाओं का आरोप है कि विधवा पेंशन के लिए डीपीओ ऑफिस जाते हैं, तो बाबू और कंप्यूटर आपरेटर परेशान करते हैं! अभद्र भाषाओं का प्रयोग करते हुए बात करते हैं।
✓ वहीं सीबी गंज के मथुरापुर निवासी सरला कश्यप ने बताया कि मैं बीमार रहती हूं और पिछले 6 महीने से विधवा पेंशन नहीं आई है।
✓ जगत पुर पनवड़िया की रहने बाली हरदेई की एक साल से नहीं आई है पेंशन , तो वहीं सतीपुर की रहने बाली विमला देवी की अभी तक पेंशन ही नहीं बना, काफ़ी दिनों से ऑफिस की चक्कर लगा रही हूं। जगतपुर पनवड़िया की रहने बाली प्रियंका सक्सेना की 6 महीने से नही मिली है विधवा पेंशन , आंवला के गांव कसूमरा की रहने बाली सोनवती की 2साल से नहीं आ रही विधवा पेंशन , नवादा शेखान की रहने बाली छोटी की 2 साल से नहीं आ रही पेंशन , कैंट क्षेत्र की ठिरिया निवासी मुन्नी देवी की एक साल से नहीं आ रही पेंशन , किला क्षेत्र के स्वाले नगर की रहने बाली हासमा की सात महीने से नही आ रही विधवा पेंशन , जगत पुर पनवड़िया निवासी प्रेमवती की तीन साल से नही आ रही विधवा पेंशन महिलाओं ने कहा के हम लोग अधिकतर बीमार रहते है पेंशन का एक सहारा है वो मिल नही रही है सरकार से मांग करते है की हमारी विधवा पेंशन लखनऊ से जल्दी भेजी जाए।
बाइट छोटी विधवा
बाइट शांति विधवा
बाइट हरदई विधवा