धनंजय कुमार पाण्डेय/आपकी आवाज़ न्यूज
✓ प्राइवेट नर्सिंग होम में एक महिला की हुई मौत।
✓ परिजनों ने गलत इलाज करने का लगाया आरोप।
✓ नाराज परिजनों ने शव रखकर किया सड़क जाम।
✓ जिला अस्पताल से आशा के पति द्वारा प्राइवेट नर्सिंग होम में करवाया गया था भर्ती।
✓ मरने वाली महिला ग्राम सभा कोहड़ा की बताई जा रही है।
✓ ग्राम सभा कोहड़ा के आशा के पति का है ने बिगड़ा पूरा खेल आशा के पति का नाम राजेश बताया जा रहा है।
✓ रविंद्रनगर थाना क्षेत्र के धर्मपुर स्थित मेडविन नर्सिंग होम का मामला।
कुशीनगर/उत्तर प्रदेश :- कुशीनगर के निजी अस्पतालों में मरीजों की मौत एक आम बात हो गई है! यहां मरीज छोटे बड़े बीमारियों का ईलाज कराने प्राइवेट अस्पतालों में तो चले जाते हैं लेकिन उनके ठीक होने की जिम्मेदारी कोई भी अस्पताल नहीं लेता, और ले भी क्यों – निजी अस्पतालों को तो सिर्फ अपना जेब भरना होता है।
पूरा मामला ग्राम सभा कोहड़ा का है जहां अमावस यादव की पत्नी उर्मिला यादव पेट से थीं इन्हे तीसरा बच्चा होना था। 3 अगस्त दिन शनिवार को जब उर्मिला को दर्द होने लगा तो गांव की आशा के द्वारा उन्हें जिला अस्पताल रविंद्र नगर में भर्ती कराया गया भर्ती के दौरान जांच से जब जिला अस्पताल के डॉक्टरों को उनकी स्थिति ठीक नहीं है बताकर उन्हें गोरखपुर के लिए रेफर किया गया, लेकिन गांव की आशा के पति राजेश के कहने पर जिला अस्पताल से महज़ कुछ दूरी पर स्थित रविन्द्रनगर थाना क्षेत्र के धर्मपुर स्थित मेडविन अस्पताल में भर्ती कराया गया, आज इलाज के दौरान मरीज को खून की कमी बताते हुए उसके पति द्वारा खून मांगा गया, पति जब खून लेकर मैडविन अस्पताल पहुंचा तब तक महिला की मौत हो चुकी थी ।
घर वालों का आरोप है कि गलत इलाज़ होने के कारण महिला की मौत हुई है।
मौत के कुछ समय बाद परिजनों ने शव को बाहर लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया, और 112 पर इसकी सूचना दे दी। इसकी सूचना मिलते ही अस्पताल के सभी लोग एक एक कर के भागना शुरू कर दिए। 112 की टीम अस्पताल के दो लोगो को रविंद्रनगर थाने ले आई। और शव को पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल भेज दिया।