विशुनपुरा वि.ख.के ग्राम पंचायत सोनवल में विकास कार्यों को लेकर सचिव और प्रधान पर ग्रामीणों ने लगाया गम्भीर आरोप।

संवाददाता, आपकी आवाज़ न्यूज, कुशीनगर यूपी
✓ कुशीनगर के आकांक्षात्मक ब्लॉक के ग्राम पंचायत की कहानी, जनता की जुबानी।
✓ सचिव और ग्राम प्रधान की मिली भगत से ग्राम पंचायत के पैसे का हो रहा बंदर बांट।
सूबे की योगी सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ चाहें लाख कदम उठाले, लेकिन इस भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगाना शायद ही किसी के वश की बात है।
(देखें भ्रष्टाचार का पोल खोल रहे ग्रामीणों का पूरा विडियो)
कुशीनगर/जनपद में आकांक्षात्मक ब्लॉक विशुनपुरा के एक ग्राम पंचायत में, विकास कार्य भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। ऐसे में ग्राम सभा के एक व्यक्ति ने ग्राम प्रधान पर संगीन आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।
विशुनपुरा :- पूरा मामला जिले के आकांक्षात्मक ब्लॉक विशुनपुरा के ग्राम पंचायत सोनवल का है जहां कुछ ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और सचिव की मिली भगत से ग्राम पंचायत के पैसे का बिना काम कराए ही बंदरबांट करने का आरोप लगाया जा रहा है! ग्राम सभा के एक व्यक्ति ने ग्राम प्रधान और सचिव के कार्यों से क्षुब्ध होकर सीएम पोर्टल पर एक आपत्ति दर्ज कराई, आपत्ति दर्ज होने के उपरांत जिस कार्य को लेकर आपत्ति दर्ज कराई गई थी उस कार्य को बिना पूर्ण किए गए ही सचिव के द्वारा ऑनलाइन कहीं और की तस्वीर साईट पर अपलोड कर मामले का निस्तारण कर दिया गया ऐसा दिखा दिया गया, और तो और सचिव ने आपत्तिकर्ता से मिलकर ये कहा गया कि जो आपत्ति आपने की है उसे कल परसो से हम शुरू करा देंगे अगर सीएम हेल्प लाइन से आपको फोन आए तो कह दीजिएगा कि हां मैने जो आपत्ति की थी उसका निस्तारण हो गया, अगर आप ऐसा नहीं कहेंगे तो मैं ये काम कभी नहीं होने दूंगा। इस तरह की बात कह कर आपत्तिकर्ता को डराया धमाकाया गया। आपत्तिकर्ता ने बताया कि दो माह बीत जाने के बाद भी जिस काम को लेकर मेरे द्वारा सीएम पोर्टल पर आपत्ति की गई थी वो काम अभी तक नहीं हुआ और प्रधान एवं सचिव ने मिलकर उस कार्य के जगह कहीं और कराए गए कार्य की तस्वीर साईट पर अपलोड कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया है।
✓ एक निर्माण कार्य के मामले में क्या कहते हैं ग्राम प्रधान मोबिन अंसारी?
ग्राम पंचायत में हुए एक इंटरलॉकिंग कार्य को लेकर ग्राम पंचायत के ही एक निवासी द्वारा इंटरलॉकिंग कार्य में अनियमितता का आरोप लगाते हुए, उक्त मामले का जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की गई थी! इस बाबत जब ग्राम प्रधान से टेलीफोनिक वार्ता के जरिए सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि, ग्रामीणों द्वारा ही कहा गया था कि इंटरलॉकिंग का काम ज्यादा ऊपर उठाते हुए मत कराईएगा, नहीं तो गांव के अंदर पानी लग जाएगा इन्हीं कारणों से इंटरलॉकिंग का काम करते समय उसमें गिट्टी का प्रयोग कम किया गया था, लेकिन जांच करने आए अधिकारियों ने कहा है कि इस कार्य को जो मानक है उसी के अनुरूप कराइए, इस लिए अब इस कार्य को मै कल से मानक के हिसाब से ही कराऊंगा।
✓ क्या कहते हैं ग्राम पंचायत सोनवल के सचिव?
ग्राम पंचायत सोनवल में सरकारी कलम की ताकत रखने वाले ग्राम सचिव से उपरोक्त कार्यों को लेकर जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ग्रामीणों द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं, ग्राम पंचायत के किसी भी कार्य में किसी तरह की कोई अनियमितता नहीं बरती गई है।
जबकि ग्रामीणों ने खुले तौर पर पंचायत में हुए कार्यों को लेकर अनियमित का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों ने कहा है कि ग्राम प्रधान और सचिव की मिली भगत से ग्राम पंचायत के खाते में आए धन का बंदरबांट किया जा रहा है।