कुशीनगर पुलिस ने 40 लाख रुपए गबन के मामले में पांच को गिरफ्तार कर भेजा जेल।

संवाददाता, धनंजय कुमार पाण्डेय, कुशीनगर
✓ कुशीनगर पुलिस ने गबन के कुल चालीस लाख रूपये तक की सम्पत्ति सहित पांच को किया गिरफ्तार।
✓ ट्रक चालक ने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर, उक्त घटना को दिया था अंजाम।
✓ तहरीर मिलते ही पुलिस अधीक्षक कुशीनगर द्वारा बनाई गई थी संयुक्त जांच टीम।
कुशीनगर :- बताते चलें कि बीते 10 फरवरी को वादी राजीव जायसवाल पुत्र स्व0 ध्रुवशंकर प्रसाद निवासी डंकन रोड रक्सौल जिला पूर्वी चम्पारण बिहार द्वारा थाना पटहेरवा पर सूचना दिया गया कि, ट्रक चालक शशि कुमार राय पुत्र स्व0 छठू राय ग्राम कोरेया जिला गोपालगंज द्वारा ट्रक नं0 BR 31 GC 2775 मे न्यू दुर्गा रोड लाइन्स रक्सौल बिहार ट्रान्सपोर्ट से, सोयाबीन रिफाइन आयल लेकर एक फरवरी को, स्टैण्डर्ड ट्रेडिंग कम्पनी मेरठ के लिए रवाना हुआ! 2 फरवरी को शाम 6 बजे चालक द्वारा वादी को लोकेशन भेजकर मोबाइल बन्द कर लिया गया और अपने ट्रक मालिक व अज्ञात साथियो के साथ मिलकर अपने लाभ के लिए माल को धोखे व छल से बेच देने के सम्बन्ध में सूचना दिया गया।
16 फरवरी को थाना पटहेरवा पुलिस टीम व स्वाट टीम द्वारा घटना का सफल अनावरण करते हुए, ट्रक चालक सहित पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से उपरोक्त पंजीकृत मुकदमे में गबन हुए माल 273 टीन सफारी रिफाइन्ड सोयाबीन आयल कीमत छः लाख बेयासी हजार पाँच सौ रूपये तथा नकद बीस लाख चालीस हजार रूपया रिफाइन्ड तेल बिक्री का व घटना मे प्रयुक्त एक अदद ट्रक की बरामदगी कि गई है।
✓ पकड़े गए अभियुक्तों का विवरण!
✓ ट्रक चालक शशि कुमार राय पुत्र स्व0 छट्ठू राय निवासी कोरेया थाना भोरे जिला गोपालगंज बिहार!
✓ टुन्ना राय पुत्र हरेन्द्र राय निवासी बसौनापुर थाना गोपालपुर जिला गोपालगंज बिहार!
✓ मुकेश सिंह पुत्र रामप्रवेश चौधुर निवासी माड़ीपुर थाना फुलवरिया जिला गोपालगंज बिहार!
✓ मुहम्मद इजहार खाँ पुत्र अली मुहम्मद खाँ निवासी देवना थाना बरौनी जिला बेगूसराय बिहार!
✓ कलीमुल्ला पुत्र अब्दुल कुद्दुस निवासी मदारपुर थाना लकड़ी नबीगंज सिवान बिहार को गिरफ्तार किया गया।
✓ क्या है इनके अपराध का तरीका?
पूछताछ में अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोगों द्वारा एक सुनियोजित साजिश के तहत बीमाकृत वाहन से व्यापारियों का माल उनके गन्तव्य स्थान के लिये चलते है। रास्ते में ही माल को बेच कर सम्बन्धित ट्रक (माल वाहक वाहन) को कटवा कर लूट/चोरी जैसे घटना को अंजाम दे देते हैं। माल का व ट्रक का पैसा गबन कर फाइनेन्स कम्पनी से बीमा (इंश्योरेंस) का लाभ भी प्राप्त कर लेते है।