प्रयागराज में श्रद्धालु संगम नोज की तरफ जाना चाहते थे, बैरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़ने से मची भगदड़ : सीएम योगी

ब्यूरो रिपोर्ट, आपकी आवाज़ न्यूज, प्रयागराज उत्तर प्रदेश
✓ सीएम योगी ने कहा कि, संगम नोज नाग वासुकी मार्ग और संगम मार्ग पर काफी भीड़ है, मेरी अपील है कि श्रद्धालु किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में भगदड़ के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से बातचीत की. सीएम योगी ने जानकारी देते हुए कहा कि श्रद्धालु संगम नोज की तरफ जाना चाहते थे, बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़े, जिसके चलते कुछ लोग घायल हुए! कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं, मौनी अमावस्या का मुहूर्त प्रारंभ होने से लगातार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, पीएम मोदी ने सुबह से 4 बार फोन करके श्रद्धालुओं का हाल जाना है।

✓ महाकुंभ में हालात सामान्य!
सीएम योगी ने साथ ही बताया कि गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा भी लगातार महाकुंभ और स्नान कराने को लेकर रिपोर्ट ले रहे हैं, संतों से मेरी बात हुई है, पूज्य संतों ने विनम्रता से कहा है कि श्रद्धालु स्नान कर लें, जब उनका दबाव खत्म होगा, तब हम संगम की ओर जाएंगे! प्रयागराज में हालात सामान्य हैं, लेकिन भीड़ का बहुत ज्यादा दबाव है! प्रयागराज में 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु हैं, सुबह 8 बजे तक 3 करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं।

✓ प्रयागराज में करीब 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद…..!
प्रयागराज में आज सुबह करीब 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं, संगम नोज की ओर श्रद्धालुओं के आने से लगातार दबाव बना हुआ है, अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेडिंग लांघने की कोशिश में कुछ श्रद्धालुओं को गंभीर चोटें आई हैं, घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है, मौनी अमावस्या का महूर्त कल रात से शुरू हुआ है, तब से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं, प्रधानमंत्री अब तक चार बार स्थिति का जायजा ले चुके हैं।

✓ सीएम योगी की श्रद्धालुओं से अपील!
प्रयागराज में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन भीड़ अभी भी काफी है, विभिन्न अखाड़ों के संतों ने विनम्रतापूर्वक कहा है कि श्रद्धालु पहले पवित्र स्नान करें और भीड़ कम होने पर अखाड़े पवित्र स्नान के लिए आगे बढ़ेंगे, संगम नोज, नाग वासुकी मार्ग और संगम मार्ग पर काफी भीड़ है, मेरी अपील है कि, वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें, पूरे कुंभ क्षेत्र में घाट बनाए गए हैं, श्रद्धालुओं को सिर्फ संगम नोज की ओर जाने की जरूरत नहीं है, श्रद्धालुओं को अपने नजदीकी घाटों पर पवित्र स्नान करना चाहिए, हम घायल व्यक्तियों का उचित उपचार सुनिश्चित कर रहे हैं, रेलवे ने प्रयागराज क्षेत्र के विभिन्न स्टेशनों से श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक वापस ले जाने के लिए विशेष रेलगाड़ियों को लगाया है।

✓ कोई भी किसी तरह के अफवाह पर ध्यान न दें!
प्रशासन श्रद्धालुओं के साथ पूरी तत्परता से सहयोग कर रहे हैं. कोई अफवाह पर ध्यान न दें. लोग सहयोग करें. जहां हैं, वही स्नान करके निकल जाएं. सारे घाट गंगा जी के ही घाट हैं. अगर आप कोई अफवाह फैलाते हैं तो उससे बड़ी घटना हो सकती है. इसलिए जरूरी है कि अफवाह पर ध्यान ना दिया जाए और जहां है वहीं पर स्नान किया जाएं. इसके साथ ही मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के लिए पहुंची भीड़ में भगदड़ मच गई। घटना में कई श्रद्धालुओं मौत होने की आशंका जताई जा रही है। हादसे में कई लोग घायल हैं। उन्हें स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात 1:30 बजे के आसपास की है।
दरअसल, दूसरे शाही स्नान के लिए काफी संख्या में लोग संगम नोज पर मौजूद थे। इस दौरान अफवाह के चलते भगदड़ मच गई। महिला-पुरुष समेत तमाम लोग जमीन पर गिर गए। इसके बाद लोग उन्हें कुचलते हुए आगे बढ़ गए। इससे हालात बिगड़ गए। संगम तट पर से एंबुलेंस के जरिए घायलों को अस्पताल ले जाया गया। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ मची। 50 से ज्यादा घायल हैं।
✓ रात में भगदड़ के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो रही स्थिति, पुलिस अफसरों ने बनाया सुरक्षा घेरा।
रात में भगदड़ के बाद सुबह अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। पुलिस के आला अधिकारियों के साथ भारी सुरक्षा घेरा बनाया गया है। पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को संगम तट पर तैनात किया गया है। वे आने वाली भीड़ को दो हिस्सों में बांटकर रस्सी के जरिए भीड़ को नियंत्रित कर रहे हैं। काफी संख्या में फोर्स को कुंभ मेला क्षेत्र में उतार दिया गया है।
✓ पीएम मोदी ने सीएम योगी से की बात।
रात में भगदड़ के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो रही स्थिति, पुलिस अफसरों ने बनाया सुरक्षा घेरा
रात में भगदड़ के बाद सुबह अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। पुलिस के आला अधिकारियों के साथ भारी सुरक्षा घेरा बनाया गया है। पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को संगम तट पर तैनात किया गया है। वे आने वाली भीड़ को दो हिस्सों में बांटकर रस्सी के जरिए भीड़ को नियंत्रित कर रहे हैं। काफी संख्या में फोर्स को कुंभ मेला क्षेत्र में उतार दिया गया है।
✓ देवकीनंदन ठाकुर बोले- पूरी गंगा-यमुना की धारा में अमृत बह रही है, कहीं स्नान कर सकते है।
प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के बाद संत-महात्मा भी लोगों से संगम क्षेत्र में न आने की अपील कर रहे हैं। इसी कड़ी में आध्यात्मिक गुरु व कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या का स्नान चल रहा है। आज मैं संगम घाट पर नहीं गया, क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज्यादा है। पूरी गंगा और यमुना की धारा में ‘अमृत’ बह रहा है। अगर आप कहीं भी गंगा या यमुना में स्नान करेंगे तो ‘अमृत’ आपको प्राप्त होगा। ये आवश्यक नहीं है कि संगम में ही आपको डुबकी लगानी है।
✓ बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से ही लोगों को दूसरे घाटों पर भेजा जा रहा, प्रयागराज देरी से आएंगी ट्रेनें।
संगम तट पर चल रहे महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या पर रात करीब 1:30 बजे मची भगदड़ के बाद अधिकारियों ने बस स्टैंड-रेलवे से आने वाले यात्रियों को डायवर्ट करना शुरू कर दिया है। रेलवे के अधिकारियों और बस अड्डे पर तैनात अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अब जो भी यात्री संगम क्षेत्र में पहुंच रहे हैं। उन्हें संगम क्षेत्र में न ले जाकर के अन्य घाटों पर पहुंचाया जाए। रेलवे स्टेशन से सीधे श्रद्धालुओं को बालसन चौराहे से बक्शी बंध होते हुए नवास की दशा सुमेर घाट और सेक्टर 6 में बने गंगा घाट की तरफ भेजा जा रहा है। नैनी क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालुओं को साइड में ही गंगा स्नान कराया जा रहा है। आई ट्रिपल सी कमांड सेंटर के रेलवे अधिकारियों के साथ पुलिस प्रशासन भी बराबर संपर्क साधे हुए हैं।
✓ जगह-जगह पर लगे कैमरों के माध्यम से मार्गों की निगरानी की जा रही है।
महाकुंभ मेला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को बताया जा रहा है कि वह किसी भी गंगा घाट पर स्नान करें। संगम घाट की तरफ न आएं। मंगलवार की सुबह से ही बढ़ रहे संगम नोज पर दबाव के चलते देर शाम से ही श्रद्धालुओं को डायवर्ट करना शुरू कर दिया गया था। रात में स्थिति सामान्य होने पर संगम घाट पर दोबारा श्रद्धालुओं को पहुंचने दिया जा रहा था। भगदड़ के बाद मेला प्रशासन अब पूरी कोशिश कर रहा है कि जो भी श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं, वह संगम न आए, नजदीकी घाट पर स्नान करें। लोगों से जल्द से जल्द मेला क्षेत्र को खाली करने के लिए कहा जा रहा है। वहीं फाफामऊ-झूंसी-सतना घाट पर श्रद्धालुओं को वहीं पर स्नान करने की सलाह दी जा रही है। प्रयागराज आने वाली ट्रेनों को देरी से लाने के लिए कहा गया है, जिससे संगम क्षेत्र के दबाव को कम किया जा सके। वहीं डायवर्जन के बाद संगम तक आने वाले मार्ग में भीड़ कुछ कम हुई है।
✓ महाकुंभ के सेक्टर 2 में अपनों का हाल जानने के लिए अस्पताल के बाहर जुटी भीड़।
भगदड़ की जानकारी के बाद महाकुंभ के सेक्टर 2 में कुंभ क्षेत्र में स्थापित अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई। घटना में घायलों के परिजन अपनों का हाल जानने के लिए बेताब दिखे।
✓ पुलिस-प्रशासन का बचाव अभियान जारी, स्थिति संभालने में जुटे अफसर।
महाकुंभ में भगदड़ के बाद पुलिस-प्रशासन की काफी टीमें मौके पर हैं। बचाव अभियान अभी भी जारी है। टीम घायलों को अस्पताल पहुंचा रही है।
✓ जबरदस्त भीड़ से बिगड़े हालात, संगम नोज पर बिखरे श्रद्धालुओं के सामान।
मौनी अमावस्या पर (29 जनवरी) महाकुंभ के दूसरे शाही स्नान के लिए मंगलवार को भी करोड़ों लोगों की भीड़ पहुंच गई थी। काफी संख्या में लोग संगम नोज पर पहुंच गए थे। प्रशासन की ओर से कई बार एनाउंस भी किया गया। इसके बावजूद भीड़ नहीं हटी। जबरदस्त भीड़ के कारण हालात बिगड़ गए। जिसे जिस ओर जगह मिली, उसी ओर भाग खड़ा हुआ। इससे लोगों के चप्पल-जूते-बैग आदि वहीं छूट गए। एंबुलेंस भी जाम में फंस गई।
✓ जबरदस्त भीड़ के बीच घंटों पड़े रहे शव, कई जगहों पर मृत मिले श्रद्धालु, मची रही चीख-पुकार।
भगदड़ मचने के बाद कई शव मौके पर ही घंटों तक पड़े रहे। संगम नोज पर जगह-जगह लोग अपनों को तलाशते रहे। जिनके अपनों की मौत हुई है, वे चीखते-चिल्लाते रहे. वहीं पीएम मोदी ने सीएम योगी से बातकर घटना की जानकारी ली। साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बातकर घटना की जानकारी ली। हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।
✓ विशेष कार्याधिकारी बोलीं- बैरियर टूटने से बिगड़े हालात।
भगदड़ पर विशेष कार्याधिकारी कुंभ मेला प्राधिकरण अकांक्षा राणा ने कहा कि संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस घटना में कुछ लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है, कोई भी गंभीर नहीं है।
✓ अफवाह के कारण मची भगदड़, NSG कमांडो की तैनाती, लोगों को महाकुंभ आने से रोक रहे अधिकारी।
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ मची। इसमें कई लोगों की जान चली गई। जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गई। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है। वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने आज के शाही स्नान को रद्द करने का फैसला लिया है। घटना के बाद संगम तट पर NSG कमांडो की तैनाती कर दी गई है। वहीं आम लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। सीमा वाले पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है। अब लोगों को महाकुंभ में आने से रोका जा रहा है।