साफ सफाई को तरसता गोइती खुर्द के पाण्डेय टोला का छठ घाट, सफाईकर्मियों की लापरवाही से परेशान ग्रामीणों ने खुद की छठ घाट की सफाई।

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धनंजय कुमार पाण्डेय,आपकी आवाज़ न्यूज,कुशीनगर

✓ उत्तर प्रदेश सरकार की ग्रामीण विकास योजनाएं सिर्फ कागज़ के पन्नों तक सीमित।

✓ ग्रामीण स्तर पर सफाई कर्मियों की भर्ती सिर्फ दिखावा, गांवों में महीनों-महीनों तक नहीं दिखते सफाई कर्मचारी।

✓ सरकारी आदेशों की खुलकर उड़ाई जा रही धज्जियां, रोस्टर के नाम पर गोइती खुर्द गांव में साफ सफाई ना के बराबर।

✓ सफाई कर्मचारियों का गांव की सफाई से दूर दूर तक नहीं है कोई नाता।

कुशीनगर :- अक्सर सुर्खियों में रहने वाले कुशीनगर जनपद के आकांक्षात्मक ब्लॉक विशुनपुरा में अगर ग्रामीण स्तर पर साफ सफाई की बात की जाए तो, सफाई और सफाई कर्मी सिर्फ कागजों तक ही सीमित हो कर रह गए हैं! गांवों में सफाई सिर्फ मजाक बन कर रह गया है

पूरा मामला कुशीनगर जनपद के आकांक्षात्मक ब्लॉक विशुनपुरा के ग्राम सभा गोइती खुर्द का है, जहां एक तरफ देश के कई राज्यों में छठ महापर्व की तैयारियां पिछले कई दिनों से जोरों शोरों पर चल रही है, जिसके बावत जिला स्तर से लेकर ग्रामीण स्तर तक साफ सफाई पर देश के यशस्वी प्रधान मंत्री की नजरें टिकी हुई हैं। वहीं ग्रामीण स्तर पर साफ सफाई को लेकर ना ही ग्राम प्रधान की कोई क्रिया प्रतिक्रिया दिखाई दे रही है और ना ही ग्रामीण स्तर पर नियुक्त सफाई कर्मचारियों की।

✓ जानिए क्या है पूरा मामला?

जनपद के आकांक्षात्मक ब्लॉक विशुनपुरा का एक गांव है गोईती खुर्द जहां लोगों का कहना है कि, छठ पर्व के मद्देनजर ग्रामीणों ने छठ घाट की सफाई के लिए ग्राम प्रधान कमलेश बैठा से कई बार कहा, लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा घाट की सफाई के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है, हाल फिलहाल हम लोग खुद कुछ लोग मिलकर छठ घाट की सफाई कर रहे हैं। जैसा कि वीडियो में देखा जा सकता है। जहां एक तरफ सूबे की योगी सरकार गांवों को विकसित कर शहर बनाने की हर संभव प्रयास कर रही है वहीं ग्रामीण स्तर पर गांवों के विकास के लिए जो भी जन-प्रतिनिधि इसकी जिम्मेदारी लिए फिर रहे हैं वो महज एक दिखावा बन कर रह गया है।

✓ साफ सफाई को लेकर क्या कहते हैं ग्राम प्रधान कमलेश बैठा?

गोइती खुर्द के ग्राम प्रधान कमलेश बैठा ने टेलीफोनिक वार्ता के दौरान बताया कि हमारे ग्राम सभा में कुल चार छठ घाट हैं, इनकी सफाई के लिए हमने अपने दोनों सफाई कर्मियों भरत भारती और पप्पू भारती को एक सप्ताह पूर्व में ही कह दिया था कि, गांव में कुल चार घाट हैं और चारों घाटों की सफाई होनी चाहिए, लेकिन अब तक सफाई नहीं हुई है। प्रधान कमलेश बैठा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि छठ घाट की सफाई में दोनो लोगों के द्वारा लापरवाही की गई है। ग्राम प्रधान के द्वारा यह भी बताया गया कि इसकी सफाई के लिए हम लोगों के पास कोई फंड तो आता नहीं है कि ये काम हम करा दें, वैसे ही पिछले छः महीनों में हमने जितने कम कार्य हैं अभी तक उसका भुगतान नहीं हुआ है जिसके चलते हम भी परेशान हैं।

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