कुशीनगर/एनपीए का सभी डॉक्टर ले रहे लाभ, फिर भी करते हैं प्राइवेट प्रैक्टिस व निजी अस्पताल का संचालन: सीएमओ कुशीनगर

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धनंजय कुमार पाण्डेय, आपकी आवाज़ न्यूज, कुशीनगर

✓ कुशीनगर के कुछ सीएचसी प्रभारी सहित, कई सरकारी डॉक्टर NPA (नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस) का ले रहे लाभ, फिर भी कर रहे हैं प्राइवेट प्रैक्टिस व निजी अस्पतालों का संचालन।

✓ जनपद के कोटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात, प्रभारी चिकित्साधिकारी, रजनीश श्रीवास्तव से जुड़ा हुआ है पूरा मामला।

✓ NPA का लाभ लेते हुए निजी अस्पतालों का संचालन व प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले सीएचसी प्रभारियों पर आखिर कार्रवाई कब तक?

✓ वैसे तो कुशीनगर में कुल 170 के आस पास निजी अस्पताल पंजीकृत हैं, पर जनपद में हजारों की संख्या में संचालित हो रहे हैं निजी अस्पताल।

✓ आखिर किसके सह पर जनपद में मानक विहीन अस्पतालों का हो रहा संचालन।

कुशीनगर :- वैसे तो कुशीनगर जिले में निजी अस्पतालों की भरमार है। जनपद के लगभग सभी नगरों और कस्बों में निजी अस्पताल किराना स्टोर की तरह  सैकड़ों की तादात में खुले हुए हैं। कुशीनगर स्वास्थ्य विभाग की माने तो जनपद में कुल 172 निजी अस्पताल पंजीकृत हैं, इसके अतिरिक्त जनपद में करीब तीन हजार से अधिक छोटे बड़े निजी अस्पताल संचालित हो रहे हैं। इन निजी अस्पतालों के बाहर लगे बोर्ड पर जनपद के कुछ बड़े चिकित्सकों के फोटो समेत नाम का बोर्ड लगा होता है, जबकि उन बड़े बड़े बैनरों और बोर्डों पर लिखे गए डॉक्टर यहां कभी नहीं आते हैं। ऐसे मामलों का खुलासा खुद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा समय समय पर किया जाता रहा है। जबकि कुछ निजी अस्पतालों का संचालन, जनपद में सरकारी अस्पतालों पर वर्तमान समय में अपनी सेवाएं दे रहे डॉक्टरों द्वारा भी किया जाता है, सरकार से लगातार प्रति महीने एनपीए (नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस) भी लिया जाता है।
पूरा मामला जनपद के कोटवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात, प्रभारी चिकित्साधिकारी, रजनीश श्रीवास्तव से जुड़ा हुआ है, जो सीएचसी कोटवा के अतिरिक्त पड़ोसी जिला महाराजगंज के सिसवा कस्बे में संचालित हो रहे एक निजी चिकित्सालय में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस बाबत निजी चिकित्सालय के फेसबुक आईडी से अनेकों ऐसे पोस्ट किए गए हैं जिसमें डॉ रजनीश श्रीवास्तव द्वारा इस अस्पताल को अतिरिक्त सेवाएं देने का दावा किया गया जा रहा है।
इस बाबत जब मुख्य चिकित्साधिकारी कुशीनगर सुरेश पटारिया से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो बड़ी ही बेरुखी से जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि डॉ. रजनीश की पत्नी भी पेशे से डॉक्टर हैं और इस अस्पताल का संचालन उन्हीं के द्वारा किया जाता है।

✓ निजी अस्पताल के फेसबुक आईडी से पोस्ट पर क्या बोल गए सीएमओ कुशीनगर!

निजी अस्पताल के फेसबुक आईडी से डॉक्टर की फोटो और संचालित अस्पताल में अतिरिक्त सेवा देने वाले पोस्ट को देखने के बाद सीएमओ कुशीनगर सुरेश पटारिया ने कहा कि फोटो में कहीं भी डॉक्टर रजनीश प्रैक्टिस करते हुए नजर आ रहे हैं क्या? उनसे ऐसे जवाब की उम्मीद भी नहीं की जा सकती थी। लिहाजा मीडियाकर्मी के अगले प्रश्न क्या डॉक्टर रजनीश एनपीएस (नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउंस) से आच्छादित हैं? इस पर सीएमओ ने बताया कि जनपद में मेडिकल कॉलेज से लगायत सभी सीएचसी और पीएचसी पर तैनात सभी डॉक्टर एनपीएस का लाभ ले रहे हैं, इसके बावजूद भी निजी प्रैक्टिस या निजी अस्पताल का संचालन करते हैं। आपको खबर छापना है तो छाप दीजिए या फिर जा कर उनसे ही पूछिए। सीएमओ ने जिले में तैनात मेडिकल कॉलेज और अन्य जगहों पर कार्यरत कुछ बड़े डॉक्टरों का नाम गिनाते हुए बताया कि इनमें से कुछ के गोरखपुर और कुछ के जनपद के अलग अलग नगरों और कस्बों में निजी अस्पताल संचालित हो रहे हैं।

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