लॉरेंस विश्नोई के 700 शूटर, हाईप्रोफाइल टारगेट, और कई देशों में नेटवर्क,जानिए लॉरेंस बिश्नोई जेल से कैसे चला रहा अपना गैंग।
ब्यूरो रिपोर्ट आपकी आवाज़ न्यूज नई दिल्ली
✓ पिछले कुछ वर्षों में बिश्नोई गैंग की आपराधिक गतिविधियां काफी हद तक बढ़ी हैं, पंजाबी गायक और शराब माफिया से जबरन वसूली से लेकर हाई-प्रोफाइल हत्याएं करने तक, ये गिरोह अपने कारनामों के बाद कुख्यात हो गया है।
नई दिल्ली : वर्ष 2022 में पंजाब के मनसा जिले के मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े हत्या के बाद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चाएं शुरू हो गई। कुछ वर्षों बाद, महाराष्ट्र के पुर्व मंत्री बाबा सिद्दिकी की हत्या के बाद कुख्यात बिश्नोई गैंग एक बार फिर से सुर्खियों में है, इस बार भी उसके गैंग के सदस्यों ने मुंबई के अनुभवी राजनेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लेली है। बिश्नोई का जेल से बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को अंजाम देना, उसके गिरोह के मजबूत नेटवर्क और उसकी आपराधिक दुनिया में गहरी पैठ को साबित करता है, उसने जेल के अंदर से ही क्राइम ऑर्गनाइज करने और उसे एक्जिक्यूट करने की पावरफुल क्षमता विकसित कर ली है।
✓ कई देशों में फैला है लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह।
क्राइम के ग्लोबल ऑपरेशन के साथ, कई महाद्वीपों में फैला बिश्नोई गैंग कोई छोटा-मोटा सिंडिकेट नहीं है! उसका नेटवर्क बहुत ही बड़ा है, ये भारत के पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में फैला हुआ है, विदेशों में खासकर कनाडा में उसके स्ट्रांग लिंक हैं, यहां अपराधिक सिंडिकेट में उसका बराबर की भागीदारी गोल्डी बरार भी है, उसके प्रभाव और नेटवर्क का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल जेल में बंद है, तब भी वो अपने गिरोह को चला रहा है।
1993 में पैदा हुआ लॉरेंस बिश्नोई पंजाब के अबोहर के पास धत्तरांवाली गांव का रहने वाला है, जो दिल्ली से लगभग सात घंटे की दूरी पर है, उसके पिता हरियाणा पुलिस में कांस्टेबल थे! लेकिन लॉरेंस बिश्नोई का एंबिशन उसे क्राइम की दुनिया में ले गया, चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान उसका पहली बार संगठित अपराध की दुनिया से परिचय हुआ, उसकी मुलाकात वहां गोल्डी बराड़ से हुई, जो बाद में उसका करीबी सहयोगी बन गया।
✓ लॉरेंस बिश्नोई गैंग कैसे काम करता है?
गुजरात की साबरमती जेल हो या दिल्ली का तिहाड़ जेल, लॉरेंस बिश्नोई बातचीत के लिए मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता है, पिछले कुछ सालों में इस गैंगस्टर को एक जेल से दूसरी जेल में स्थानांतरित किया जाता रहा है और उसे कारावास में अकेले रखा गया है, इस साल की शुरुआत में सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में लॉरेंस बिश्नोई को कथित तौर पर पाकिस्तान के गैंगस्टर शहजाद भट्टी के साथ बातचीत करते भी देखा गया था।
ऐसे कैदियों के मोबाइल फोन में अक्सर उन लोगों के आईपी पते और जगहों को छिपाने के लिए हाई-एंड वीपीएन नेटवर्क लगे होते हैं, लॉरेंस बिश्नोई भारत और विदेशों में अपने सहयोगियों के साथ बात करने के लिए सिग्नल और टेलीग्राम जैसे ऐप का उपयोग करता है, बिश्नोई गिरोह का जाल कई देशों में फैला हुआ है, खासकर उत्तरी अमेरिका में, लॉरेंस बिश्नोई अक्सर अपने भाई अनमोल और सहयोगि गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा के संपर्क में रहता है, इस गिरोह की खालिस्तानी आतंकवादियों और उत्तरी अमेरिका में स्थित खालिस्तानी अलगाववादी समूहों के साथ घनिष्ठ दोस्ती है।
✓ भारत में बिश्नोई गैंग के लगभग 700 शूटर हैं।
बताया जाता है कि भारत में इस गिरोह के लगभग 700 शूटर हैं, सूत्रों के मुताबिक, बिश्नोई गैंग स्थानीय गैंगस्टरों के संपर्क में रहता है, ये स्थानीय ग्रुप ही शूटरों को हायर करते हैं, जो हथियारों को चलाने में एक्सपर्ट होते हैं, और बिश्नोई गिरोह के निर्देश पर किसी भी कॉन्ट्रेक्ट किलिंग की घटना को अंजाम देते हैं, इसके लिए उन्हें पैसे दिए जाते हैं।
बिश्नोई गिरोह के पास शार्पशूटर और भारी मात्रा में हथियार के अलावा, अलग-अलग डिवीजन और लोग भी हैं, जो खाना, कानूनी सहायता और सूचना इकट्ठा करने कैसे काम करते रहते हैं।
✓ लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हाई-प्रोफाइल केस।
पिछले कुछ सालों में बिश्नोई गैंग की आपराधिक गतिविधियां काफी बढ़ी हैं, पंजाबी गायकों और शराब माफियाओं से जबरन वसूली करने से लेकर हाई-प्रोफाइल हत्याएं करने तक, ये गिरोह अपने कारनामों के बाद कुख्यात हो गया है।
✓ 25 लाख में दी गई थी सलमान खान की हत्या की सुपारी!
चार्जशीट के मुताबिक, बिश्नोई गैंग ने एक्टर की हत्या के लिए 25 लाख रुपये की सुपारी दी थी, अगस्त 2023 से अप्रैल 2024 तक कई महीनों में ये योजना बनाई गई थी, जांच से पता चला है कि गैंग का इरादा पाकिस्तान से आधुनिक हथियार हासिल करना था, जिसमें एके-47, एके-92, एम16 राइफल और तुर्की निर्मित जिगाना पिस्तौल भी शामिल है। बिश्नोई गैंग के नेटवर्क में अन्य अपराधियों में कुख्यात गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेरी भी शामिल है! जठेरी को 2021 में महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था।