सहारनपुर में पंचायती मंदिर पर एकल कब्जा, व्यक्ति के खिलाफ क्षेत्र वासियों ने एकत्रित होकर, सहारनपुर एसएसपी से लगाई इंसाफ की गुहार।
ब्यूरो रिपोर्ट आपकी आवाज़ न्यूज उत्तर प्रदेश
✓ पंचायती मन्दिर पर एक व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है कब्जा।
✓ सहारनपुर में पंचायती मंदिर पर एक व्यक्ति ही करना चाहता है अपना कब्ज़ा, व्यक्ति के खिलाफ क्षेत्र वासियों ने इकट्ठा होकर सहारनपुर एसएसपी से लगाई इंसाफ की गुहार।
✓ मन्दिर की संपति का अपने निजी कार्यों में कर रहा है उपयोग।
ख़बर सहारनपुर :- अक्सर देखा गया है मंदिर जैसे पवित्र स्थल पर किसी भी एक व्यक्ति का कब्जा नहीं होता है , मंदिर या तो पंचायती होता है या कमेटी के द्वारा चिन्हित किए गए लोगों के द्वारा चलाया जाता है ! पर सहारनपुर से एक अलग ही ऐसा मामला सामने आया है, जहां मंदिर पर एक व्यक्ति ही अपना कब्जा जमाकर मंदिर में आ रहे दान दक्षिणा और अन्य चीजों पर अपना मालिकाना हक जाता है।
सहारनपुर थाना जनकपुरी क्षेत्र प्रीत विहार कॉलोनी में स्थित है यह मंदिर, जहां के कुछ स्थानीय लोग आज सहारनपुर कार्यालय पहुंचे हैं और मंदिर पर कब्जाधारी व्यक्ति पर गंभीर आरोप लगाए हैं! आसपास के रहने वाले लोगों को, कहना है कि मंदिर में पूजा पाठ करने के लिए भी व्यक्ति की परमिशन की जरूरत पड़ती है, क्योंकि जिस व्यक्ति का मंदिर पर कब्जा है उसे व्यक्ति ने मंदिर के गेट पर ताला लगाया हुआ है और अगर लोग मंदिर में पूजा पाठ करने जाते हैं तो व्यक्ति लोगों की वीडियो बनाता है हालांकि आज सहारनपुर पुलिस लाइन पहुंचे क्षेत्र वासियों के लोगों ने मंदिर पर कब्जाधारी व्यक्ति के खिलाफ सहारनपुर एसएसपी से प्रार्थना पत्र देते हुए न्याय और कार्यवाही की गुहार लगाई है।
सहारनपुर कार्यालय पहुंचे लोगों ने बताया कि मंदिर पर कब्जाधारी व्यक्ति के द्वारा कल पुलिस लाइन पहुंचकर उन लोगों पर गलत तरीके से और भू माफिया हो जैसे आरोप लगाए गए हैं जबकि मंदिर पर इस व्यक्ति का कब्जा है और यह व्यक्ति मंदिर पर अपना कब्जा दर्शाता है जबकि मंदिर पंचायती है और दान दक्षिणा के द्वारा इस मंदिर का निर्माण किया गया है लेकिन यह व्यक्ति अपना कब्जा दर्शा रहा है पुलिस लाइन पहुंचे लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया कि मंदिर में दिए गए दान दक्षिणा के उनके पास सबूत भी है उसके बावजूद भी व्यक्ति वहां पर किसी को पूजा पाठ नहीं करने देता है फिलहाल एसपी ने प्रार्थना पत्र लेकर जांच कर उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं पूरा मामला तो अब जांच होने के बाद ही पता चल पाएगा कि इस मंदिर का आखिर किन लोगों के द्वारा निर्माण कराया गया है और कौन लोग इस मंदिर के रखरखाव के हकदार हैं।